ईर्ष्यालु Jealousy
रोगी ईर्ष्यालु हो जाता है, उसे शांत करना कठिन हो जाता है, उसे ईर्ष्या होने के कारण क्रोध अधिक आता है। ऐसे रोगियों के इन लक्षणों को दूर करने के लिए एपिस औषधि की 30 शक्ति का उपयोग करना लाभदायक होता है।
रोगी ईर्ष्यालु हो जाता है, उसे शांत करना कठिन हो जाता है, उसे ईर्ष्या होने के कारण क्रोध अधिक आता है। ऐसे रोगियों के इन लक्षणों को दूर करने के लिए एपिस औषधि की 30 शक्ति का उपयोग करना लाभदायक होता है।
हायोसाएमस
:-
रोगी बड़ा संदेहशील स्वभाव का हो जाता है, संदेह के कारण ही ईर्ष्या उत्पन्न होती है और ईर्ष्या से क्रोध भी उत्पन्न होता है जिसके कारण से रोगी किसी दूसरे को मारने की कोशिश करता है, कोई कितना ही अपनी सफाई दे, फिर भी उससे रोगी झगड़ता है, गंदी बातें करता है, अपने कपड़े को उतार कर नंगा हो जाता है, ये सब दबी हुई संदेहशीलता तथा ईर्ष्या रोग के रूप में प्रकट होता है। कभी-कभी रोगी बिना किसी कारण के ठहाके लगाकर हंसता है। ऐसे रोगी के रोग को ठीक करने के लिए हायोसाएमस औषधि की 30 शक्ति का उपयोग करना लाभकारी है।
रोगी बड़ा संदेहशील स्वभाव का हो जाता है, संदेह के कारण ही ईर्ष्या उत्पन्न होती है और ईर्ष्या से क्रोध भी उत्पन्न होता है जिसके कारण से रोगी किसी दूसरे को मारने की कोशिश करता है, कोई कितना ही अपनी सफाई दे, फिर भी उससे रोगी झगड़ता है, गंदी बातें करता है, अपने कपड़े को उतार कर नंगा हो जाता है, ये सब दबी हुई संदेहशीलता तथा ईर्ष्या रोग के रूप में प्रकट होता है। कभी-कभी रोगी बिना किसी कारण के ठहाके लगाकर हंसता है। ऐसे रोगी के रोग को ठीक करने के लिए हायोसाएमस औषधि की 30 शक्ति का उपयोग करना लाभकारी है।
लैकेसिस :-
बिना किसी कारण के पागलपन की तरह ईर्ष्या होना। रोगी बहुत अधिक बकता है, बिना किसी बात के बोलता ही चला जाता है, संदेशील स्वभाव का हो जाता है, समय का उसे पता नहीं चलता है। ऐसे रोगी का उपचार करने के लिए लैकेसिस औषधि की 30 शक्ति का प्रयोग करने से अधिक लाभ मिलता है
बिना किसी कारण के पागलपन की तरह ईर्ष्या होना। रोगी बहुत अधिक बकता है, बिना किसी बात के बोलता ही चला जाता है, संदेशील स्वभाव का हो जाता है, समय का उसे पता नहीं चलता है। ऐसे रोगी का उपचार करने के लिए लैकेसिस औषधि की 30 शक्ति का प्रयोग करने से अधिक लाभ मिलता है
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